सरोजिनी नायडू एक सुप्रसिद्ध कवयित्री और एक भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन की प्रमुख नायिका थी जिसे पुरे भारत में ‘भारत की कोकिला’ के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 13 फरवरी, 1879 को भारत के हैदराबाद शहर में हुआ था। उन्होंने कम आयु में ही कविताओं लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने १३ वर्ष की कम आयु में पहेली एक कविता रची जिसका नाम था ‘लेडी आफ दी लेक’। ‘गोल्डन थ्रैशोल्ड’ उनका पहेला काव्य संग्रह था जो यूनाइटेड किंगडम में प्रकाशित हुआ था। सरोजिनी नायडू भारतीय राज्य के पहली महिला राज्यपाल थी। उनका वक्तव्य हृदय को झकझोर कर देने वाला था उसीसे देशवासियों को उनके कर्तव्य की याद दिलाते रहते थे और देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए प्रेरित कर देते थे। उसी धीर वीरांगना का 2 मार्च(बुधवार), 1949 को लखनऊ में उसके कार्यालय में काम करते हुए दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सरोजिनी नायडू के निधन बाद १३ फरवरी १९६४ को भारत सरकार ने उनकी जयंती के अवसर पर उनके सम्मान में 15 नए पैसे का एक डाकटिकट जारी किया गया। सरोजिनी नायडू ने अपना सारा जीवन देश के लिए समर्पण कर दिया।
१. पुरे देश में
सरोजिनी नायडू को किस रूप में जाना जाता है?
- ‘भारत की कोकिला’
२. सरोजिनी नायडू गांधीजी को पहेलीबार कब और कहा पर मिली थी?
- १९१४ में इंग्लैंड
३. सरोजिनी नायडू किस राज्य की राज्यपाल बनी थी जो भारत की प्रथम महिला राज्यपाल थी?
– उत्तरप्रदेश
४. सरोजिनी नायडू को
1942 में, किस आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किया गया था?
- "भारत छोड़ो" आन्दोलन
५. सरोजिनी नायडू कानपुर में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन की अध्यक्षा कब बनीं?
- १९२५ में
६. सरोजिनी नायडू को
भारत में
प्लेग की महामारी के दौरान अपने काम के लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा किस
सन्मान से सम्मानित किया गया था?
– कैसर-ए-हिंद
पदक(कैसर-ए-हिंद
पदक भारत में लोक सेवा के लिए 1900 और 1947 के बीच ब्रिटिश सम्राट द्वारा सम्मानित किया गया एक पदक था)
७. सरोजिनी नायडू की कोनसी कविता संग्रह उसकी बेटी पद्मजा नायडू द्वारा 1961
में सरोजिनी नायडू के मरणोपरांत प्रकाशित हुआ था?
- "डॉन के पंख"
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