यह अटलांटिक महासागर का एक काल्पनिक क्षेत्र है; जहां बहुत से जहाज़, नौकाएं और विमान रहस्यमय परिस्थितियों में ग़ायब होते रहे हैं|
अगर आप विश्व का मानचित्र देखें और बरम्यूडा द्वीप, पोर्तो रिको और अमरीका के फ़्लोरिडा राज्य के दक्षिणी कोने को सीधी रेखाओं से जोड़ें तो कोई चालीस लाख किलोमीटर का एक त्रिकोणीय क्षेत्र बनता है| इसी को बरम्यूडा त्रिकोण कहते हैं|
ऐसे दावे किए गए हैं कि यह ख़तरनाक क्षेत्र है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यहां हुई दुर्घटनाओँ की संख्या किसी अन्य क्षेत्र से अधिक नहीं है और इन्हें बढ़ा चढ़ाकर बताया गया है| जहां तक रहस्यम परिस्थितियों का सवाल है तो उसकी भी व्याख्या की गई है| अमरीका के भूविज्ञान सर्वेक्षण का कहना है कि यहां मीथेन हाइड्रेट्स के क्षेत्र हैं जिनसे जब-तब मीथेन गैस के विशाल बुलबुले निकलते हैं| इनका परिणाम यह होता है कि पानी झागदार हो जाता है जो जहाज़ों को तैरने देने योग्य नहीं रहता और जहाज़ बड़ी तेज़ी से डूब सकता है| मीथेन गैस से विमान दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं क्योंकि मीथेन का घनत्व हवा जितना नहीं होता और विमान टिका नहीं रह पाता| इसके अलावा समुद्र में कभी कभी सौ फ़िट ऊंची लहरें भी उठ सकती हैं जो किसी भी जहाज़ को डुबा सकती हैं|
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